महिला या पुरुषों में ऎसा क्या होता है कि वह रात्रि में सोते समय हस्तमैथुन करते है और उन्हें खबर भी नहीं होती है ?
क्या हस्तमैथुन करने से उन्हें कोई नुकसान हो सकता है ?
देखिए सबसे पहले तो में ये बता देना चाहता हूं कि हस्तमैथुन करना कोई शर्मिंदगी वाला काम नहीं है बल्कि यह पूर्ण यौन सुख को प्राप्त करने का सबसे कारगर तरीका है जिससे हमें भरपूर आनंद प्राप्त होता है ।
लंदन के जाने माने सेक्स विशेषज्ञ डॉक्टर फिलिप ने एक सोध में पाया है कि जो महिलाएं शादी के पहले हस्तमैथुन करती थी उन्हें शादी के बाद सेक्स करते समय अपने साथी से वह आनंद प्राप्त नहीं होता है जो आनंद उन्हें हस्तमैथुन से प्राप्त होता है। क्योंकि जब वो हस्तमैथुन करती थी तो वह अपने उंगली अपनी योनि के अंदर डालकर सेक्स का आंनद लेती थी उंगली को अपने सुख के अनुसार जैसा चाहे वैसा इधर उधर कर सकती थी मगर अपने साथी या पति के साथ उन्हें उस यौनसुख की प्राप्ति नहीं मिलती को आनंद उन्हें फिंगरिंग करके मिलता है डॉक्टर फिलिप के अनुसार जब कोई महिला हस्तमैथुन की आदी हो जाती है तो उसे पति या किसी दूसरे साथी के साथ वह आनंद प्राप्त नहीं होता है । भले ही वह अपने पति से झूठ बोल दें कि उन्हें बहुत मजा आया क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे पति को अच्छा लगेगा मगर असलियत ये नहीं होती है ।
बीस प्रतिशत महिलाओं में एक शोध में पाया गया है कि वह रात्रि में सोते समय हस्तमैथुन करती है और उन्हें इसकी खबर ही नहीं होती है ये बात उन्हें साथ में सोने वाले व्यक्ति से पता चलती है ।
डॉक्टर फिलिप ने कहा है कि यह एक तरह से हमारे मस्तिष्क से जुड़ा हुआ मामला है जिसे स्टेफोबिया कहते है इसमें हमारा मस्तिष्क सोता रहता है मगर हमारा शरीर काम करता रहता है ऎसा ही एक मामला 2018 में आया जब लंदन में एक महिला डॉक्टर फिलिप के क्लिनिक में आई और पूरे मामले से उनको अवगत कराया की वह सोते समय हस्तमैथुन करती है बल्कि जब उसके पति की इच्छा होती है तब उसका में सेक्स के लिए जाग्रत नहीं हो पाता है उसने बताया कि शादी के पहले उसने बहुत हस्तमैथुन किया है और अब वो उसकी आदी हो गई है उसको पति द्वारा सेक्स करने पर वह आनंद नहीं मिलता जो आनंद उस हस्तमैथुन से प्राप्त होता है उसने बताया कि उसके पति की हमेशा से यह शिकायत रहती है कि उसकी योनि हमेशा ढीली रहती h जिससे उसे अपनी पत्नी से यौन सुख प्राप्त नहीं हो पाता है
अपनी इन्द्रिय (Organ) या (योनि) उंगली के द्वारा मनमाफिक दबाव और घर्षण (A friendly pressure and friction) के साथ अपनी इन्द्रिय को उत्तेजित करके यौनसुख (Sexual pleasure) प्राप्त करने की आदी (Addicted) हो चुकी होती हैं। उन्हें लम्बे समय तक अपनी हथेली के मनमाफिक दबाव के साथ वीर्यपात (Ejaculation) करके यौनसुख प्राप्त करने की आदत (habit) हो चुकी होती है। जो उनके अवचेतन मन (Subconscious mind) में स्थापित (Established) हो चुकी होती है। इस कारण हस्तमैथुन करने की आदी ऐसी महिलाएं पहली बार जब पुरुष के साथ सेक्स करती हैं, तो उन्हें अपने पति या पुरुष साथी से वह सुख मिल ही नहीं सकता जो स्वाभाविक सेक्स (Natural sex) में मिलना चाहिये। क्योंकि हस्तमैथुन के आदी महिलाएं इस बात को समझने के लिये मन से तैयार नहीं होती हैं कि पुरुष के लिंग के का का आन्तरिक हिस्सा बहुत ही नाजुक और लचीला होता है तथा हस्तमैथुन करने वाले अपने हाथ हथैली की कठोरता की तुलना में तो बेहद कौमल होता है, जिस कारण उनके मन में पूर्ण यौनसुख ना प्राप्त कर पाने का अफसोस रहता है वहीं उनके मन में चलता रहता है जिस कारण सोते समय वह मन से तो सोते रहते है मगर उनका मन सेक्स को पूर्ण करने के बारे में सोचते रहते है और उन्हें पता ही नहीं चलता है जबकि वह हस्तमैथुन कर रहे होते है। हस्तमैथुन से प्राप्त आनंद उन्हें पूर्ण यौनसुख का मजा देता है। और समय की बात की जाए तो सोते समय हस्तमैथुन करने में अधिक समय मिलता है क्योंकि ये एक दिमाग का खेल होता है हमारे मन के मुताबिक होता है जब तक हम ना चाहे तब तक हम स्खलित नहीं होते है । कुछ जगहों पर यही हस्तमैथुन की आदत इतनी अधिक होती है कि वह रोज सो जाने के बाद प्रतिदिन हस्तमैथुन करती है
ऎसि महिलाओं में ज्यादातर देखा गया है कि जब उनका साथी या उनका पति उन्हें सेक्स का ऑफर देता है तो वो यह कहकर टाल देती है कि उन्हें नींद आ रही है या आज वो थकी है या आज उनका मन नहीं है जब पति जिस आनंद के बारे में सोच रहा है वो सुख तो वो सोते समय ही प्राप्त करती है जो आंनद उन्हें फिंगरिग करके प्राप्त होता है वो सुख पति के लिंग से प्राप्त नहीं हो सकता है अगर वो तैयार होती भी है तो इसलिए की उनका पति से रिश्ता खराब ना हो पति को दिखाने के लिए ऎसा दिखती है जैसे उन्हें भरपूर आनंद प्राप्त हुआ है। लेकिन इसमें उनकी गलती नहीं होती है क्योंकि उनके अंदर की इन्द्रियां उन्हें इस बात का संकेत ही नहीं देती की यौनसुख का असली मतलब पति के द्वारा मिला प्यार ही है।पत्नी को यह अनुभव ही नहीं है कि हांथ की उंगली और लिंग के कड़ेपन में अंतर होता है ।
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